मित्रों हिन्दू धर्म और शास्त्रों में समय को बहुत ही शक्तिशाली बताया गया है|
वह समय ही है मनुष्य को सही गलत, लाभ हानि, जन्म मृत्यु, से अवगत करता है, मित्रों अपने भी देखा होगा है समय का चक्र राजा को रंक, भिखारी को धनवान और अमीर को गरीब बना देता है और देखा जाता है और समय के कारण ही मनुष्य को जीवन में कभी ख़ुशी तो कभी दुखों का भी सामना उन्हें करना पढता है|
अच्छा तो क्या अपने कभी यह सोचा है कि आपके जीवन में शुभ और अच्छा समय आने वाला है उसका पता पहले ही कैसे किया जा सकता है अगर नहीं तो चलिए हम आज आपको आज इसके बारे में बताने जा रहे है जिससे आप आपके भविष्य में अच्छे समय आने के संकेतों को कैसे समझ पाओगे|
आज हमको कुछ ऐसे ही संकेतों के बारे में बताने जा रहे है जो भगवान कृष्ण द्वारा बताये गए 7 संकेत है जिन्हें भगवान कृष्ण द्वारा नारद जी को बताया गया था|
चलिए तो आगे बढ़ते है अपने टॉपिक की ओर और आपको बताते है वह 7 संकेत जो भगवान कृष्ण द्वारा बताये गए है|
हिन्दू धर्म में वर्णित एक कथा के अनुसार एक बार नारद जी भगवान कृष्ण जी के पास आये और कहा हे प्रभु कोई भी मनुष्य अपने जीवन में आने वाले शुभ समय के बारे मे पहले से ही कैसे अवगत हो सकता है तब भगवान कृष्ण ने उत्तर दिया हे देवर्षि मै खुद ही समय समय पर अपने भक्तों को समय परिवर्तित होने से पहले ही कुछ संकेत जैसे पशु पक्षियों, छोटे बच्चों और और अपने भक्तों द्वारा पहुचता रहता हूँ जिन्हें ज्ञानी मनुष्य तो समझ लेते है लेकिन अज्ञानी मनुष्य उन्हें समझ नहीं पाते|
भगवान कृष्ण द्वारा बताये गए 7 संकेत निम्नलिखित है:-
संकेत 1.
जब किसी की आंखें ब्रम्ह मुहूर्त में अक्सर खुलने लगती है और उसे ईश्वर का स्मरण स्वतः ही होने लगता है या फिर उन्हें और किसी दिशा की ओर ले जा रहा है तो उसे समझ लेना चाहिए आने वाले समय में उसके भाग्य का द्वार खुलने वाला है और उसके जीवन में कामयाबी की नयी राह मिलने वाली है तो ऐसे समय में मै उनकी सहायता करता हूँ|
संकेत 2.
इसके बारे में बताते हुए भगवान कृष्ण Bhagwan Krishna कहते है जब कोई मनुष्य प्रसन्नचित होता है हमेशा उसके मुख में मुस्कराहट रहती है अर्थात वह मुस्कान से भरा हुआ रहता हो तो ऐसा मनुष्य जब अपने क्रोध पर विजय प्राप्त कर लेता हो तो उसे समझ लेना कहिये अब उसके जीवन में खुशियों की बारिश होने वाली है और जब मनुष्य प्रसन्नचित से और शांत मन से जब किसी चीज़ के बारे में सोचता है तो उसे उम्मीद से भी ज्यादा अच्छा परिणाम मिलता है| क्यूंकि आपने सुना होगा की प्रसन्नचित मनुष्य के मन में ईश्वर का वास होता है तो आदमी को सफलताये भी प्राप्त होती है|
संकेत 3.
इसके बारे में भगवान कृष्ण बताते है जब किसी के द्वार पर गौ अर्थात गाय बार बार खाने को आये या बन्दर उसके घर की वस्तुए बार बार उठा कर ले जाने लगे या फिर उसके आंगन में बिल्ली बच्चे को जन्म दे या फिर पक्षी उसके घर में आकर अपना बसेरा बनाने लगे तो मनुष्य को समझ जाना चाहिए की आने वाला समय उस मनुष्य को और भी ज्यादा शक्तिशाली बनाने वाला है और वह अपने जीवन में नयी नयी उचइयां को छूने वाला है तो उसे परस्पर अपने निर्धारित लक्ष्य में ध्यान आकर्षित करने की आवस्यकता है जिससे उसको निरंतर सफलता मिलती है|
संकेत 4.
इसके बारे में भगवान कृष्ण बताते है हे नारद जब किसी मानुष के घर पर छोटे बच्चे बिना बुलाये बार बार आकर खेलने लगे या उन्हें देखकर बार बार मुस्कुराये तो ऐसे में भी उस मनुष्य को समझ जाना चाहिए उसका आने वाला समय खुशियों से भरा होने वाला है और नए रिश्ते उनसे जुड़ने वाले है मित्रों आपने भी बड़े बुजुर्गों और गुरुओं को कहते सुना होगा की बच्चे स्वयं भगवान का रूप होते है और आप इसके बारे में क्या सोचते है नीचे हमें कमेंट में बताएं|
संकेत 5.
इसके बारे में प्रभु बताते है जब मनुष्य के खर्चों में कमी आने लगे और कमाई के स्त्रोत में वृद्धि आने लगे ऐसे में उस मनुष्य को यह जान लेना चाहिए उस मनुष्य का बुरा वक़्त जाने वाला है और उसके बाद से उसके घर में स्वयं लक्ष्मी वास करने वाली है ऐसे में उस मनुष्य की सारी परेशानियां जाने वाली है और उसके घर में धन ठेहेरने वाला जो पहले नहीं ठेहेरता था तो आदमी को निरंतर इसके लिए प्रयास करते रहना चाहिए|
संकेत 6.
इसमें में कुछ संकेत मनुष्यों को भेजता हूँ जिससे वह जिसे वह जान सके जब वह पूजा की थाली हाथ में लेकर पूजा कर रहा होता है और उसे लगे भगवान की प्रतिमा उसे देखकर मुस्कुरा रही है या बड़े समय के बाद उसके घर में अतिथियों का आगमन हुआ हो तो उसे समझ जाना चाहिए की उसका अच्छा समय शुरू होने वाला है इसके अलावा जब किसी स्त्री का बाया अंग और पुरुष का दाहिना अंग फड़कने लगे तो उसको जन लेना कहिये उसका शुभ समय आने वाला है|
संकेत 7.
इसके बारे में भगवान कृष्ण बताते है जब वह किसी कार्य के लिए घर से निकलता है और तब उसे गौ अर्थात गाय माता के दर्शन हो जाए या फिर किसी साधू संत द्वारा उसे आशीर्वाद मिल जाए तो उस समय मनुष्य को समझ जाना चाहिए जिस कार्य के लिए वह घर से निकला है वह कार्य उसका अवश्य ही बिना किसी बाधा के पूरा होगा इसमें कोई संदेह नहीं करना चाहिए| अंत में भगवान कृष्ण बताते है |
इन सब के अलावा संध्या के समय जल से भरा पात्र या फिर दूध से भरा पात्र उसे प्राप्त हो या उसे कोई मिठाई दे तब भी उसे समझ जाना चाहिए की अब उसके भाग्य खुलने वाले है और इसमें कोई संदेह नहीं की उसको आगे चलकर सफलता की नयी उचइयां मिलने वाली है|
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तो मित्रों यह ऊपर बताई गयी बाते भगवान कृष्ण द्वारा बताई गयी जिनका वर्णन हमारे शात्रों में भी किया गया है “हमारे शास्त्र जो हमें जीने की नयी राह प्रदान करते है और हमें जीने की शिक्षा देते है” ऐसे शास्त्रों का अनुशरण करें और जाने उनके बारे में हमसे जुड़े रहिये ऐसे ही महत्वपूर्ण जानकारियाँ आपको यहाँ पर मिलती रहती है ||