कलियुग में श्री हनुमान लला जी पूजन, स्तुति, वंदना बहुत फलदायी बताई गयी | कहते है कलियुग श्री हनुमान लला जी पूजन और हनुमान चालीसा, संकटमोचन हनुमानाष्टक नित्य स्मरण मात्र से ही आपके चिंता और कष्ट प्रभु हनुमान जी हर लेते है इसकी पूजा से आपको हमन में शांति और निश्चिन्तता का अनुभव मिलता है तो चलिए आज आपको हनुमान लला जी की आरती प्रस्तुत है |
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|| आरती श्री हनुमान लला जी की ||
आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्टदलन रघुनाथ कला की ।।
जाके बल से गिरिवर काँपै । रोग-दोष जाके निकट न झाँकै ।।
अंजनि पुत्र महा-बल दाई । संतन के प्रभु सदा सहाई ।।
दे बीरा रघुनाथ पठाये । लंका जारि सिया सुधि लाये ।।
लंका सौ कोट समुद्र सी खाई । जात पवनसुत बार न लाई ।।
लंका जारि असुर संहारे । सियारामजी के काज सँवारे ।।
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे । आनि सजीवन प्राण उबारे ।।
पैठि पताल तोरि जम कारे । अहिरावण के भुजा उखारे ।।
बायें भुजा असुर दल मारे । दहिने भुजा संतजन तारे ।।
सुर नर मुनि जन आरती उतारे । जै जै जै हनुमान उचारें ।।
कंचन थार कपूर लौ छाई । आरती करत अंजना माई ।।
जो हनुमानजी की आरती गावै। बसि बैकुंठ परमपद पावै ।।
लंका विध्वंस कीन्ह रघुराई । तुलसीदास प्रभु कीरति गाई ।।
आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्टदलन रघुनाथ कला की ।।
प्रसिद्ध श्री हनुमान जी आरती | Shri Hanuman ji ki aarti Lyrics
Aarti Kije Hanuman Lala Ki I Gulshan Kumar, Hariharan
Aarti Keeje Hanuman Lala Ki with Lyrics By Hariharan Full Video Song
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