नगरी हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो भजन लिरिक्स | राजन जी महाराज

राजन जी महाराज (Rajan ji Bhajan lyrics) के भजन संग्रह में एक और राम भजन जोड़ा गया है “नगरी हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो भजन लिरिक्स” जिसे प्रेम भूषण जी महाराज ने भी गया हुआ है तर्ज़ बहुत सुन्दर, बेहद मनमोहक भजन तो आइये स्मरण करें :-

नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो

चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो

लक्ष्मण सा भाई हो,कौशल्या माई हो

स्वामी तुम जैसा मेरा रघुराई हो

नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो…..

हो त्याग भरत जैसा,सीता सी नारी हो

लव कुश के जैसी सन्तान हमारी हो

नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो…..

श्रद्धा हो श्रवण जैसी,शबरी सी भक्ति हो

हनुमान के जैसे निष्ठा और शक्ती हो

नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो…..

नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो

चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो.

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