Surya Stuti- सूर्य देव को समर्पित एक मंत्र है, जिसका अर्थ है “सूर्य को हमेशा नमस्कार”। यह मंत्र सूर्य के तेज, शक्ति, और प्रकाश का प्रतीक है। “भास्कराय नमो नित्यं” मंत्र का अर्थ है “सूर्य को हमेशा नमस्कार” या “सूर्य को हमेशा प्रणाम”। यह मंत्र सूर्य देव की पूजा और सम्मान के लिए उपयोग किया जाता है।
कहते है सूर्यनारायण सूर्यदेव स्तुति या सूर्यदेव की आराधना करने वाले मनुष्य के अन्दर का तेज हमेशा बना रहता है जिस प्रकार सूर्य का प्रकाश हमेशा ऊर्जावान रहता है वैसे ही जातक का भी होता है यदि प्रतिदिन सूर्यदेव को प्रातः अर्ध्य दिया जाये तो मनुष्य के जीवन में सम्मान की वृद्धि होती रहती है। तो आइये स्मरण करें :-
भास्कराय नमो नित्यं / Surya Stuti
!! श्री सूर्यनारायणाय नमः !!
भास्कराय नमो नित्यं खखोल्काय नमो नमः।
विष्णवे कालचक्राय सोमायामिततेजसे।।
मंत्र का अर्थ
हे देवदेवेश! आप सहस्त्र किरणों से प्रकाशमान हैं।हे कोणवल्लभ! आप संसार के लिए दीपक हैं,आपको हमारा नमस्कार है।विष्णु,कालचक्र, अमित तेजस्वी, सोम आदि नामों से सुशोभित एवं अंतरिक्ष में स्थित होकर सम्पूर्ण विश्व को प्रकाशित करने वाले आप भगवान को हमारा नमस्कार है।
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सूर्य देव का महत्व ?
सूर्य पृथ्वी पर जीवन के लिए आवश्यक प्रकाश और ऊर्जा का स्रोत है।
सूर्य देव की पूजा क्यों करते है ?
शक्ति उर्जा और साहस के स्रोत है सूर्य भगवान इसलिए प्रभु की पूजा की जाती है
सूर्य पूजा मंत्र क्या है ?
ॐ सूर्याय नमः
सूर्य का हवन कैसे करें ?
सूर्यदेव के 12 नाम का स्मरण करते हुए करें
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