गणेश चतुर्थी कब और क्यों मनाई जाती है | Ganesh Chaturthi 2023

Ganesh Chaturthi 2023गणेश चतुर्थी एक प्रमुख भारतीय हिंदू त्योहार माना जाता है जो कि हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था, इसलिए यह उनके जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी को पूरे भारत में, विशेष रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और गोवा में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है, और भगवान गणेश आशीर्वाद लिया जाता है।

गणेश चतुर्थी की तिथि | Ganesh Chaturthi 2023

गणेश चतुर्थी हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। यह तिथि भारतीय पंचांग के अनुसार निर्धारित होती है, जो एक चंद्र कैलेंडर है। भाद्रपद मास हिंदू कैलेंडर का आठवां महीना है, जो आमतौर पर अगस्त या सितंबर के महीने में पड़ता है।

गणेश चतुर्थी 2023 तिथि प्रारंभ और समाप्ति

जानिए क्या है गणेश चतुर्थी की तिथि और पूजन समय जिसके अनुसार पूजन किया जाए:-

गणेश चतुर्थी 2023 प्रारंभ तिथिमंगलवार, 19 सितम्बर 2023
गणेश चतुर्थी 2023 समाप्ति तिथिगुरुवार, 28 सितंबर 2023
गणेश चतुर्थी तिथि आरंभ18 सितंबर, दोपहर 12:39 बजे
गणेश चतुर्थी तिथि समाप्त19 सितंबर, दोपहर 1:43 बजे
गणेश पूजा 2023 मुहूर्तसुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:26 बजे तक
गणेश विसर्जन 2023 कब है?गुरुवार, 28 सितंबर 2023
महत्वभगवान गणेश का पुनर्जन्म
गणेश चतुर्थी 2023 तिथि प्रारंभ और समाप्ति

गणेश चतुर्थी का महत्व | Ganesh Chaturthi Ke Mahatav 2023

गणेश चतुर्थी को हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार के रूप में मनाया जाता है। भगवान गणेश को बुद्धि, ज्ञान, विवेक और विघ्नहर्ता के रूप में पूजा जाता है। उन्हें नए कार्यों और रिद्धी सिद्धी का स्वामी भी कहा जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन, लोग भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते हैं और उन्हें पूरे 10 दिनों तक विधिवत रूप पूजा, आरती और गणेश स्तोत्र के पाठ से प्रसन्न किया जाता है।

गणेश चतुर्थी के अनुष्ठान | Ganesh Chaturthi Anushthaan 2023

गणेश चतुर्थी के दिन, लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं और नए कपड़े पहनते हैं। फिर, वे भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते हैं। मूर्ति को आमतौर पर मिट्टी, लकड़ी या अन्य सामग्री से बनाया जाता है। मूर्ति को स्थापित करने के बाद, लोग भगवान गणेश की पूजा करते हैं। पूजा में षोडशोपचार विधि (16 प्रकार की पूजा) का पालन किया जाता है। पूजा में भगवान गणेश को फूल, धूप, दीप, अक्षत, फल और मिठाई अर्पित की जाती है।

पूजा के बाद, लोग भगवान गणेश के भजन और आरती गाते हैं। गणेश चतुर्थी के दिन, लोग भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ, गणपति चालीसा स्तोत्रं और गणेश जी की आरती एवं विभिन्न प्रकार के भोजन और मिठाइयों का भोग लगाते हैं जिससे गणेश जी प्रसन्न होते है।

हमारे भारत देश में गणेश चतुर्थी को बड़े ही उत्साह से आम लोग के अलावा बॉलीवुड सिनेमा के बड़े बड़े स्टार्स भी मानते है जैसे सलमान खान, शिल्पा शेट्टी, शाहरुख़ खान, कार्तिक आर्यन और भी अन्य स्टार्स और विसर्जन में भी बहुत उत्साह दीखता है बॉलीवुड में।

गणेश चतुर्थी का समापन, विसर्जन | Ganesh Chaturthi Visharjan

गणेश चतुर्थी का समापन अनंत चतुर्दशी या विसर्जन के दिन होता है। अनंत चतुर्दशी हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन, लोग भगवान गणेश की मूर्ति को नदी, समुद्र या किसी अन्य जलाशय में विसर्जित करते हैं। विसर्जन के बाद, लोग भगवान गणेश से अगले साल फिर से आने का आग्रह करते हैं।

गणेश चतुर्थी की विशेषताएं | Special on Ganesh Chaturthi

गणेश चतुर्थी के दिन, लोग अपने घरों और दुकानों को सजाते हैं। सजावट में आमतौर पर रंगीन रोशनी, फूल और पटाखे शामिल होते हैं। गणेश चतुर्थी के दिन, शहरों और गांवों में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम और मेले आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में नृत्य, संगीत और नाटक शामिल होते हैं।

गणेश चतुर्थी एक खुशी और उत्सव का त्योहार है। यह त्योहार लोगों को एक साथ आने और भगवान गणेश की पूजा करने का अवसर देता है।


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