सम्पूर्ण श्री शिव चालीसा | Lord Shiv Chalisa Hindi.

हमारे पूर्वज विद्ववान कहते है शिव चालीसा Lord Shiv Chalisa पढने का उतना ही महत्त्व है जितना 12 ज्योतिर्लिंग (jyotirlinga) दर्शन का मिलता है दोनों ही बराबर है क्यूंकि यह सब शिव ही तो है | जिस तरह हनुमान जी के उपासक हनुमान चालीसा पाठ करते है वैसे ही शिव उपासक शिव चालीसा करते है |

चालीसा / पूजा कोई भी हो उसकी विधि और उसके नियम के अनुसार ही करना चाहिए तो आज हम उसी के विषय में यहाँ पर आपको अवगत करने जा रहे है शिव चालीसा पढने और शिव चालीसा पाठ के नियम और उसके फायदे, शिव चालीसा पाठ से क्या फायदे और फलीभूत होगा आगे जानिए और नित पाठ करिए:-

क्या है शिव चालीसा और इसका प्रभाव – Shiv Chalisa kya hai ?

क्या आप जानते है हिन्दूधर्म में भक्त सरल भाषा में जो भगवान की प्रार्थना करता है उसे चालीसा कहते हैं। शिव चालीसा का चालीसा कहने के पीछे भी एक कारण है कि इसमें चालीस पंक्तियां ही हैं। इस प्रकार प्रभु का शिव चालीसा का पाठ कर भक्त सरलता से भगवान शिव को प्रसन्न कर लेते हैं। नित्य शिव चालीसा के पाठ से आप अपने सभी दुख भूलकर शंकर भगवान की कृपा प्राप्त कर सकते हैं इसमें कोई संदेह नहीं है और इस तरह भक्त शिव जी को प्रसन्न कर अपनी मनोकामना पूरी कर लेते हैं। भगवान भोलेनाथ एक ऐसे प्रभु है जो आसानी से प्रसन्न हो जाते है|

शिव चालीसा पढ़ने के हैं खास नियम – Shiv Chalisa Niyam.

नित्य पाठ करने से होते है लाभ ! प्रातकाल जल्दी उठकर स्नान ध्यान कर स्वच्छ कपड़े पहनें। उसके बाद शिव चालीसा पढ़ने के लिए पवित्र मन से ईश्वर का ध्यान करें। शिव चालीसा पाठ के लिए ब्रह्म मुहूर्त में एक सफेद रंग के आसन पर बैठे। उसके बाद उत्तर पूर्व या पूर्व दिशा की तरफ मुख कर लें। ईश्वर की मूर्ति के सामने गाय के घी का दीपक जलाएं और 11 बार पाठ करें।

पाठ करते समय शिवलिंग पर जल का पात्र रखे और प्रसाद रूप में मिश्री का भोग भी लगा सकते है। पूजा में चावल, कलावा, सफेद चंदन, धूप-दीप, पीले फूलों की माला और सफेद आक के 11 फूल भी रखें। साथ ही एक बेलपत्र भी उल्टा करके शिवलिंग पर अर्पित करें। बेलपत्र भगवान शिव को बहुत प्रिय है इसलिए बेलपत्र अवश्य चढ़ाइए | पाठ शुरू करने से पहले लोटे का जल भी रखें। ध्यान रखें एक दिन में दो-तीन बार पाठ करें। यह पाठ लगातार 40 दिन तक करने से आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी हैं। पाठ तेज आवाज में पढ़े ताकि अन्य भक्तों को भी सुनाई दे, इससे उनको भी लाभ होगा।

उसके बाद लोटे के जल को घर में चारों तरफ छिड़क दें और प्रसाद को सभी में बाटें। इस प्रकार शिव चालीसा पाठ करने से आपको लाभ अवश्य मिलेगा | 

शिव चालीसा पाठ कन्याओं के लिए भी फलदायी होता है – Shiv Chalisa Path benefits for girls.

कहते है कि भगवान शिव को प्रसन्न करना बहुत मुश्किल नहीं है इसलिए कुंवारी कन्याएं शिवजी जैसा वर पाने के लिए न केवल शिव चालीसा पाठ करती हैं साथ  ही  सोमवार व्रत भी रखती हैं। विशेषकर अच्छा वर पाने के लिए शिव चालीसा पाठ के इन लाइन का पाठ करें कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर भई प्रसन्न दिए इच्छित वर।

इस लाइन का सुबह 54 बार पाठ करें विश्वास मानिये ऐसा 21 दिन तक लगातार करने से लड़कियों को मनचाहा वर मिलता है। सोमवार व्रत रखकर शिव चलीसा पाठ करने से शिव जी बहुत प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं। शिव चालीसा पाठ करने से स्त्रियों को मृत्यु से कोई भय नहीं रहता तथा उनकी सेहत भी अच्छी रहती है। यदि आप शिव जी की कृपा चाहते हैं तो श्रद्धापूर्वक पाठ करें आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी और लाभ अवश्य होगा |

शिव चालीसा पाठ का महत्व – Shiv Chalisa Path Mahatvv.

वैसे तो सभी जानते है शिव चालीसा पाठ का हिन्दू धर्म में खास महत्व मन जाता है। सावन सोमवार में शिव चालीसा पाठ अत्यंत लाभकारी होता है। हमारे बताये गए शिव चालीसा पाठ विधि इस तरह से पाठ करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती है। और आपकी सेहत ठीक रहती है शिव जी हर तरह के खतरे से बचाते हैं। बीमार व्यक्ति ठीक हो जाता है और गर्भवती स्त्रियों के बच्चों की भलाई हेतु यह शिव चालीसा बेहद कारगर और पुण्यदायी होता है| 

इन्हें भी पढ़ें – जानिए शिव बारह 12 ज्योतिर्लिंग के बारे में | 12 Jyotirlinga

श्री शिव चालीसा पाठ – Full Shri lord shiv chalisa path in hindi lyrics.

।। दोहा ।।

श्री शिव चालीसा पाठ - Full Shri lord shiv chalisa path in hindi lyrics.

।। चौपाई।।

जय गिरजापति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला ।।

भाल चन्द्रमा सोहत नीके । कानन कुण्डल नागफनी के ।।

अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन क्षार लगाये ।।

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे ।।

मैना मातु की हवै दुलारी । बाम अंग सोहत छवि न्यारी ।।

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी ।।

नन्दि गणेश सौहैं तँह कैसे । सागर मध्य कमल हैं जैसे ।।

कर्तिक श्याम और गणराऊ । या छवि को कहि जात न काऊ ।।

देवन जबहीं जाय पुकारा । तबहीं दुःख प्रभु आप निवारा ।।

किया उपद्रव तारक भारी । देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ।।

तुरत षड़ानन आप पठायउ । लव निमेष महँ मारि गिरायउ ।।

आप जलन्धर असुर संहारा । सुयश तुम्हार विदित संसारा ।।

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई । सबहिं कृपा कर लीन बचाई ।।

किया तपहिं भागीरथ भारी । पूरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ।।

दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं । सेवक स्तुति करत सदाहीं ।।

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहीं पाई।।

प्रगटी उदधि मन्थन में ज्वाला । जरत सुरासुर भये विहाला ।।

कीन्ह दया तहँ करी सहाई । नीलकंठ तब नाम कहाई ।।

पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा । जीत के लंक विभीषण दीन्हा ।।

सहस कमल में हो रहे धारी । कीन्ही परीक्षा तबहिं पुरारी ।।

एक कमलं प्रभु राखेउ गोई । कमल नयन पूजन चहँ सोई ।।

कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर । भये प्रसन्न दिये इच्छित वर ।।

जय जय जय अनन्त अविनाशी । करत कृपा सब के घटवासी ।।

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहों मोहि चैन न आवै ।।

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारों। यहि अवसर मोहि आन उबारो ।।

ले त्रिशुल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ।।

माता पिता भ्राता सब होई । संकट में पूछत नहिं कोई ।।

स्वामी एक है आस तुम्हारी । आय हरहु मम संकट भारी ।।

धन निरधन को देत सदाहीं । जो कोई जांचे सो फल पाहीं ।।

अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी । क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ।।

शंकर हो संकट के नाश्जान । विघ्न विनाशक मंगल कारण ।।

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं । नारद शारद शीशा नवावैं ।।

नमो नमो जय नमः शिवाय । सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ।।

जो यह पाठ करे मन लाई । ता पर करे सो पावनहारी ।।

ऋनिया जो कोई हो अधिकारी । पाठ करे सो पावनहारी ।।

पुत्र होन करे इच्छा कोई । निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ।।

पण्डित त्रयोदशी को लावे । ध्यान पूर्वक होम करावे ।।

त्रयोदशी व्रत करे हमेशा । तन नहीं ताके रहे कलेशा ।।

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे । शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ।।

जन्म जन्म के पाप नसावे । अन्तवास शिवपुर में पावे ।।

कहत अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी ।।

।। दोहा ।।

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FAQ –

शिव चालीसा पाठ क्यों करना चाहिए ?

शिव चालीसा का पाठ करने से दूर होती हैं जीवन की सभी परेशानियां |

श्री शिव भोलेनाथ को प्रसन्न करने का उपाय ?

हिन्दू धर्म में शिव चालीसा का खास महत्व है। शिव जी को प्रसन्न करने का यह सबसे सरल उपाय है, शिव चालीसा पाठ !!

शिव चालीसा पाठ कैसे करें ?

हमने यहाँ पर पूर्ण विधि बताई हुई है शिव चालीसा पाठ करने की आप यहाँ से पढ़ सकते है |

Shiv chalisa pdf lyrics in hindi कहाँ मिलेगी ?

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