श्री करणी माता वंदना / Shree Karni Mata Vandana

(Shree Karni Mata Vandana) राजस्थान के बीकानेर जिले के देशनोक गांव में स्थित करणी माता मंदिर को चूहों वाला मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर में हजारों चूहे बिना डर के घूमते हैं और उन्हें पवित्र माना जाता है। करणी माता, जिन्हें दुर्गा माता का अवतार माना जाता है, का यह मंदिर श्रद्धा, भक्ति और चमत्कारों से भरा हुआ है। कहा जाता है कि करणी माता ने अपने जीवन में कई अद्भुत चमत्कार किए और करणी माता वंदना ने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी कीं।

अगर आप करणी माता के भक्त हैं या उनके अद्भुत मंदिर के बारे में गहराई से जानना चाहते हैं तो जुड़ें रहिये हमसे यहाँ आपको करणी माता मंदिर और उनसे सम्बंधित समस्त जानकारियां मिलती रहेंगी।

श्री करणी माता वंदना 1 | Shree Karni Mata Vandana

पहलो वंदन परमेश्वरी, है तव मात हमेश।
करे सहाय मां करणी, देवी देश विदेश।
देवी करणी दाखवों, हाथ जोड़ हरमेश।
सकवि थारी शरण मे, खुश रखे

शारदा माँ शरवेश्री , राही कंठश राय ।
सुर वाचण सरस्वती, अम्ब अरप उरधाय । (1)

अविरल आखां ईशरी , परमेश्वरी  पंरम ।
धरम रूप धर धारणी , सत पत सध सुरमम । (2)

आरत पारत ईशरी , शारत सेवत साथ ।
हिरदै हेत हुळाशणी , साची अम्ब संगाथ । (3)

आवड़ तावड़ आखतां , लोवड़ वाली लाज ।
अम्ब आराधत अम्बां , साय माइ सुरताज । (4)

आवड़ करनल अम्बका , रामत शुरगा रास ।
सारस जगदंब शारणी , आद अम्ब अरदास । (5)

(** जय श्री करणी माँ **)


श्री करणी माता वंदना 2 | Shree Karni Mata Vandana

कर शुद्ध बुद्ध मन करनला, अशुद्ध काढ़ अज्ञान
धर सुरसत उर धरनला, गुण कीरत घण ज्ञान।।

कर वचन सिद्ध करनला, अर अणन्द उर आण।
धजबन्द धीरज धरनला, देवी मढ़ देशाण।।

नित पत नमो नारायणी, समाड़ी रहे सदाय
चाड़ो शब्दमाल चारणी, नित नित शीश नमाय।।

सहस्त्र कारज सारणी, कोटिक नाम कहाय।
पात प्रभाते प्रणमें, शरण राख शुरराय।।

(कवि राजन झणकली)
जय श्री करणी सैंणल मॉ


श्री करणी माता वंदना 3 | Shree Karni Mata Vandana

मेहा घर जनमी महमाया, किनियां कुळ सुवाप कहाया
बाजत थाळ मृदंग बजाया, रिधु बाई निज नाम रखाया।।

आई हिंगोळ मात अवतारी, पात मेहा जद आप पुकारी
करणी रूप धरयो किरतारी, परचा खूब दिया परचारी।।

नाहर रूप देपे निरखाई, मानी सगत रूपम महमाई
दम्भी बण कूपम दरशाई, अंणदे खातिर जद तू आई।।

जगड़ू शाह की जाज तिराई, टूटी ऊंठे टांग जुड़ाई
कपटी काने की कुबधाई, मात पलक मो मोत बताई।।

लाखन पूत जमलोके लाई, मूषक बण रेवे मढ़ मांई
राव बीके नों राज दिराई, देवी जोधाणे नींव धराई।।

(कवि राजन झणकली)
जय श्री करणी इन्द्रेश मॉ


श्री करणी माता वंदना 4 | Shree Karni Mata Vandana

मढडा वाळी माताने वंदन अमारा

नित उठी प्रभाते करु दर्शन तमारा

मढडा वाळी माताने वंदन अमारा !

कठण कळीकाळ मां माँ आशरो तमारो

बाळक जाणी मने पार उतारो

अज्ञान रूपी दूर करो अंधारा

मढडा वाळी माता ने वंदन अमारा !

भवसागरमा भूलो पड्यो छु

तव चरणो मा मा खूब रड्यो छु

आंसु लूछी ने कापो कष्ट अमारा

मढडावाळी माताने वंदन अमारा !

चारण कूळमा जनम धर्यो छे

देविपुत्र नो बीरुद मळ्यो छे

छतां ए जीव करे कर्म नठारा

मढडा वाळी माता ने वंदन अमारा !

चारणो नी साक्षी मळे छे वेदो मां

उपनिषद रामायण ने भागवत श्र्लोको मां

चार वरण मां थी जणाये छे बारा

मढडावाळी माताने वंदन अमारा !

वर्णासन मा तमे जुओ ने तपासी

ब्राह्मण क्षत्रीय वैश्य शुद्र ने चोरासी

देव कोटी मां खुद ब्रह्मा गणनारा

मढडावाळी माताने वंदन अमारा !

इशरदास जी ये अलखने आराध्या

हरिरस देवियाण ग्रंथ बनाव्या

अमर नाम करी चारण कुळ तारनारा

मढडावाळी माताने वंदन अमारा !

नारायण निवाज्या ज्यारे सांया झुला पर

सांढडी भरी आपी एने सोना महोर

थाळ बनावी प्रभु चरणे धरनारा

मढडावाळी माता ने वंदन अमारा !

आवा पुरुषो थया चारण ज्ञाती मां

वैरागी वचनो जेना लागे छाती मां

नित नारायण ने देजो दर्शन तमारा

मढडावाळी माता ने वंदन अमारा !


भगवानम डॉट कॉम पर हमने आपके लिए कुछ नए भाग भी जोडें है जिससे आपको और भी अन्य जानकारियां प्राप्त होती रहे जैसे | पौराणिक कथाएं | भजन संध्या | आरती संग्रह | व्रत कथाएं | चालीसा संग्रह | मंत्र संग्रह | मंदिर संग्रह | ब्लॉग | इन्हें भी पढ़ें और अपने विचार हमें कमेंट में बताये जिससे हम समय पर अपडेट करते रहे। हमसे जुड़ने के लिए फॉलो करें यू ट्यूब चेनल, इन्स्टाग्राम और फेसबुक से।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top