शनि देव चालीसा | Shri Shani Dev Chalisa.

यदि आप निर्धन से धनवान बनना चाहते हैं तो यह उपाय आपके लिए बहुत उत्तम होगा, हर शनिवार के दिन शनि देव चालीसा (Shri Shani Dev Chalisa) करिए । जिसका उल्लेख पुराणों और शास्त्रों में भी किया गया है |ज्योतिष शास्त्रो के अनुसार जब न्याय के देवता शनि देव किसी प्राणी के उपर प्रसन्न हो जाते हैं तो उनके जीवन के समस्त अभाव दूर करके सभी मनोकामनाओं को पूरी कर देते हैं शनि देव |

यदिआप शनिवार के दिन अपने घर में या शनि मंदिर में शुद्ध होकर उपाय स्वरूप इस शनि चालीसा का पाठ (Shani Chalisa Paath) दोनों समय करें तो निश्चित ही इस उपाय के करने से कोई भी गरीब व्यक्ति रंक से राजा बन सकता है इसमें कोई संदेह नहीं है |

शनि देव चालीसा पाठ करने के नियम | Shani Dev Chalisa Paath ke Niyam.

  • शनि उपासना के लिए शनिवार को सुबह जल्दी उठकर नहाएँ और स्वच्छ वस्त्र पहने |
  • शनि उपासना के लिए नजदीकी शनि मंदिर पर जाएँ |
  • शनि उपासना के लिए वहाँ सरसों का तेल और काले तिल शनि देव महाराज को अर्पित करें |
  • शनि उपासना के लिए शनिदेव की पूजा करने के बाद शनि चालीसा का पाठ करें |

श्री गणेश चालीसा | Shri Ganesh Chalisa

पढ़िए – शनि देव चालीसा | Shri Shani Dev Chalisa in Hindi Read.

|| दोहा ||

 शनि-देव-चालीसा-Shri-Shani-Dev-Chalisa

|| चौपाई ||

जयति-जयति शनिदेव दयाला। करत सदा भक्तन प्रतिपाला।।

चारि भुजा तन श्याम विराजै। माथे रतन मुकुट छवि छाजै।।

परम विशाल मनोहर भाला। टेढ़ी दृष्टि भृकुटि विकराला।

कुण्डल श्रवण चमाचम चमकै। हिये माल मुक्तन मणि दमकै।।

कर में गदा त्रिशूल कुठारा। पल विच करैं अरिहिं संहारा।।

पिंगल कृष्णो छाया नन्दन। यम कोणस्थ रौद्र दुःख भंजन।।

सौरि मन्द शनी दश नामा। भानु पुत्रा पूजहिं सब कामा।।

जापर प्रभु प्रसन्न हों जाहीं। रंकहु राउ करें क्षण माहीं।।

पर्वतहूं तृण होई निहारत। तृणहंू को पर्वत करि डारत।।

राज मिलत बन रामहि दीन्हा। कैकइहूं की मति हरि लीन्हा।।

बनहूं में मृग कपट दिखाई। मात जानकी गई चुराई।।

लषणहि शक्ति बिकल करि डारा। मचि गयो दल में हाहाकारा।।

दियो कीट करि कंचन लंका। बजि बजरंग वीर को डंका।।

नृप विक्रम पर जब पगु धारा। चित्रा मयूर निगलि गै हारा।।

हार नौलखा लाग्यो चोरी। हाथ पैर डरवायो तोरी।।

भारी दशा निकृष्ट दिखाओ। तेलिहुं घर कोल्हू चलवायौ।।

विनय राग दीपक महं कीन्हो। तब प्रसन्न प्रभु ह्नै सुख दीन्हों।।

हरिशचन्द्रहुं नृप नारि बिकानी। आपहुं भरे डोम घर पानी।।

वैसे नल पर दशा सिरानी। भूंजी मीन कूद गई पानी।।

श्री शकंरहि गहो जब जाई। पारवती को सती कराई।।

तनि बिलोकत ही करि रीसा। नभ उड़ि गयो गौरि सुत सीसा।।

पाण्डव पर ह्नै दशा तुम्हारी। बची द्रोपदी होति उघारी।।

कौरव की भी गति मति मारी। युद्ध महाभारत करि डारी।।

रवि कहं मुख महं धरि तत्काला। लेकर कूदि पर्यो पाताला।।

शेष देव लखि विनती लाई। रवि को मुख ते दियो छुड़ाई।।

वाहन प्रभु के सात सुजाना। गज दिग्गज गर्दभ मृग स्वाना।।

जम्बुक सिंह आदि नख धारी। सो फल ज्योतिष कहत पुकारी।।

गज वाहन लक्ष्मी गृह आवैं। हय ते सुख सम्पत्ति उपजावैं।।

गर्दभहानि करै बहु काजा। सिंह सिद्धकर राज समाजा।।

जम्बुक बुद्धि नष्ट करि डारै। मृग दे कष्ट प्राण संहारै।।

जब आवहिं प्रभु स्वान सवारी। चोरी आदि होय डर भारी।।

तैसहिं चारि चरण यह नामा। स्वर्ण लोह चांदी अरु ताम्बा।।

लोह चरण पर जब प्रभु आवैं। धन सम्पत्ति नष्ट करावैं।।

समता ताम्र रजत शुभकारी। स्वर्ण सर्व सुख मंगल भारी।।

जो यह शनि चरित्रा नित गावै। कबहुं न दशा निकृष्ट सतावै।।

अद्भुत नाथ दिखावैं लीला। करैं शत्राु के नशि बल ढीला।।

जो पंडित सुयोग्य बुलवाई। विधिवत शनि ग्रह शान्ति कराई।।

पीपल जल शनि-दिवस चढ़ावत। दीप दान दै बहु सुख पावत।।

कहत राम सुन्दर प्रभु दासा। शनि सुमिरत सुख होत प्रकाशा।।

|| दोहा ||

प्रतिमा श्री शनिदेव की, लोह धातु बनवाय।

प्रेम सहित पूजन करै, सकल कष्ट कटि जाय।।

चालीसा नित नेम यह, कहहिं सुनहिं धरि ध्यान।

नि ग्रह सुखद ह्नै, पावहिं नर सम्मान।।

पाठ शनिश्वर देव को, की हों भक्त तैयार।

करत पाठ चालीस दिन, हो भवसागर से पार ।।


बोलिए शनि देव महाराज की जय

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शनि जयंती 2022 कब मनाई जाएगी ?

30 मई 2022 को मनाई गयी और हर वर्ष ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाई जाती है |

शनि देव की पूजा किस दिन करनी चाहिए?

शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करनी चाहिए |

शनि चालीसा के फायदे क्या है ?

ब्रम्हांड में नौग्रह है और इन नौग्रह में शनि देव एक ऐसे ग्रह है जो प्राणी के अच्छे और बुरे कर्म के फल को देने में सर्व समर्थ है यदि वे आपके उपर प्रसन्न हो जाये तो आपके जीवन को सुख और समृद्धि से भर देंगे और यही शनि चालीसा के फायदे है |

शनि चालीसा हिंदी मै कैसे पढ़ें ?

वैसे तो शनि चालीसा हिंदी भाषा जैसा ही होता है बस थोडा संस्कृत वर्णों का समावेश है |

शनि देव चालीसा pdf कैसे प्राप्त करें ?

हमने यहाँ उपर शनि देव चालीसा सम्पूर्ण लिखा है लेकिन यदि आपको shani chalisa pdf में चाहिए तो उपर लिंक दिया गया है आप प्राप्त कर सकते है |

प्रसिद्ध श्री शनि चालीसा लिरिक्स विडियो – Shani Dev Chalisa in Hindi Lyrics.

Shani Chalisa (शनि चालीसा) – with Hindi lyrics


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