Ya Devi Sarva Bhuteshu Lyrics in Hindi या �����ेवी सर्वभूतेषु मंत्र माता की एक प्रार्थना का हिस्सा है जो देवी दुर्गा या शक्ति की स्तुति के लिए गाया जाता है। यह प्रार्थना देवी को समर्पित है एवं या देवी सर्वभूतेषु पाठ में उनके विभिन्न रूपों का वर्णन आता है। इसका मुख्य उद्देश्य देवी की महिमा और उनके शक्ति रूपों को याद करना है, जो समस्त जीवों में विद्यमान हैं।
या देवी सर्वभूतेषु पाठ करने के लाभ के बारे में शास्त्र कहते है माँ भगवती को यह स्तोत्र बहुत प्रिय है जो भी भक्त माँ भगवती के इस स्तोत्र को सच्चे मन से स्मरण करता है मा भगवती की कृपा उस पर सदैव बनी रहती है इस स्तोत्र की महिमा बहुत अद्भुद है ठीक उसी तरह जैसे शक्ति पूजा, दुर्गा सप्तशती स्तोत्र एवं दुर्गा स्तुति मंत्र पाठ में है, सबका मंगल करने वाली माँ भगवती के चरणों में प्रणाम।
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Ya Devi Sarvabhuteshu Lyrics in Hindi
सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते॥
या देवी सर्वभूतेषु विष्णुमायेति शब्दिता |
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्वभूतेषु चेतनेत्य भिधीयते।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धि-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्वभूतेषु निद्रा-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्व-भूतेषु क्षुधा-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्व-भूतेषु छाया-रुपेण संस्थिता |
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्व-भूतेषु तृष्णा-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्वभूतेषू क्षान्ति रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्व-भूतेषू जाति रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्वभूतेषू लज्जा-रुपेण संस्थिता |
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्व-भूतेषु शांति-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्वभूतेषु श्रद्धा-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्व-भूतेषू कान्ति रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मी-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्व-भूतेषु व्रती-रुपेणना संस्थिता |
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्व-भूतेषु स्मृती-रुपेण संस्थिता |
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्वभूतेषु दया-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्व-भूतेषु तुष्टि-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्वभूतेषु मातृ-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
या देवी सर्वभूतेषु भ्राँति-रूपेण संस्थिता |
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
इन्द्रियाणा मधिष्ठात्री भूतानां चाखिलेषु या |
भूतेषु सततं तस्यै व्याप्तिदेव्यै नमो नमः ||
चितिरुपेण या कृत्स्नम एतत व्याप्य स्थितः जगत
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
इति श्री देवी स्तोत्रं
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Ya Devi Sarvabhuteshu Lyrics PDF and Video.
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Ya Devi Sarva bhuteshu Lyrics in English
Yaa Devi Sarva Bhutessu Vishnumaayeti Shabditaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Chetanety-Abhidhiiyate |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Buddhi-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Nidra-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Kssudhaa-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Chaayaa-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Shakti-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Trshnnaa-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Kshaanti-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Jaati-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Lajjaa-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Shaanti-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Shraddhaa-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devii Sarva-Bhutessu Kaanti-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Lakshmii-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Vrtti-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Smrti-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Dayaa-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Tushtti-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Maatr-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Yaa Devi Sarva-Bhutessu Bhraanti-Ruupenna Samsthitaa |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
Indriyaannaam-Adhisstthaatrii Bhutaanaam Ca-Akhilessu |
Yaa Bhuutessu Satatam Tasyai Vyaapti-Devyai Namo Namah ||
Citi-Ruupenna Yaa Krtsnam-Etad-Vyaapya Sthitaa Jagat |
Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namas-Tasyai Namo Namah ||
या देवी सर्वभूतेषु का अर्थ क्या है?
“या देवी सर्वभूतेषु” का अर्थ है “वह देवी जो सभी प्राणियों में स्थित हैं।” यह देवी दुर्गा की स्तुति में कहा जाता है और उन्हें सर्वव्यापी और सर्वशक्तिमान के रूप में मान्यता दी जाती है।
या देवी सर्वभूतेषु मंत्र का महत्व क्या है?
यह मंत्र देवी दुर्गा के विविध रूपों और उनके गुणों की महिमा का बखान करता है। यह हमें यह समझने में मदद करता है कि देवी न केवल एक शक्ति हैं, बल्कि वह सभी जीवों में अलग-अलग रूपों में उपस्थित हैं, जैसे मातृत्व, शक्ति, बुद्धि आदि।
इस मंत्र का पाठ कब और कैसे करना चाहिए?
इस मंत्र का पाठ नवरात्रि के समय विशेष रूप से किया जाता है, लेकिन इसे किसी भी दिन, विशेषकर सुबह-सुबह, पूजा के समय करना शुभ माना जाता है। मंत्र का उच्चारण ध्यानपूर्वक और श्रद्धापूर्वक करना चाहिए।
या देवी सर्वभूतेषु स्तुति किस देवता की है?
यह स्तुति देवी दुर्गा की है, जो हिन्दू धर्म में शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक मानी जाती हैं। उन्हें सभी प्रकार की शक्तियों और रूपों में प्रतिष्ठित माना जाता है।
या देवी सर्वभूतेषु मंत्र का पाठ करने से क्या लाभ होता है?
इस मंत्र के नियमित पाठ से मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति, और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह मंत्र भक्तों को देवी की कृपा प्राप्त करने में सहायक माना जाता है।
इस मंत्र में “नमस्तस्यै नमो नमः” का क्या अर्थ है?
“नमस्तस्यै नमो नमः” का अर्थ है “उन देवी को बार-बार प्रणाम है।” यह वाक्यांश बार-बार देवी के प्रति श्रद्धा और समर्पण व्यक्त करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
या देवी सर्वभूतेषु किस शास्त्र से लिया गया है?
यह मंत्र “दुर्गा सप्तशती” से लिया गया है, जो मार्कंडेय पुराण का एक अंश है। दुर्गा सप्तशती में देवी दुर्गा की महिमा और उनके विभिन्न रूपों की स्तुति की गई है।
इस मंत्र में कौन-कौन से देवी के रूपों का वर्णन है?
इस मंत्र में देवी के मातृरूप, शक्तिरूप, बुद्धिरूप, लक्ष्मीरूप आदि का उल्लेख है। यह विभिन्न रूपों में देवी की सर्वव्यापकता और उनके योगदान को दर्शाता है।
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